शुक्र शांति के उपाय ज्योतिष में शुक्र ग्रह को लाभ दाता ग्रह कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह सुंदरता तथा विविध कलाओं का कारक ग्रह है। यह प्रेम, यश, वैभव, वैवाहिक जीवन, विलास, प्रजनन और कामुक विचारों का कारक है। शुक्र ग्रह वाले व्यक्ति बहुत सुंदर तथा आकर्षक होते हैं। अगर किसी जातक का शुक्र ग्रह अनुकूल न हो तो धन की कमी, अपमान तथा कंगाली का सामना करना पड़ सकता है।
अपनी जन्म कुंडली से जाने आपके 15 वर्ष का वर्षफल, ज्योतिष्य रत्न परामर्श, ग्रह दोष और उपाय, लग्न की संपूर्ण जानकारी, लाल किताब कुंडली के उपाय, और अन्य जानकारी, अपनी जन्म कुंडली बनाने के लिए यहां क्लिक करें।
शुक्र ग्रह से संबंधित कई उपाय हैं, जिन्हें करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। यदि आप शुक्र के अशुभ प्रभाव से पीड़ित हैं तो नीचे दिए गए उपाय अवश्य करें। यह सभी आजमाए हुए फलित उपाय है।
- शुक्र शांति का सर्वोत्तम उपाय है दुर्गा सप्तशती का विधिवत पारायण। मारकेश होने पर शतचंडी यज्ञ अवश्य कराना चाहिए, इससे शुक्र कृत समस्त अरिष्ट निश्चित रूप से दूर हो जाते हैं।
- शुक्र मंत्र का जप, स्त्रोत या कवच सतनाम सहित नियमित पाठ करना चाहिए।
- लक्ष्मीनारायण ह्रदय का पाठ भी शुक्र शांति के लिए बहुत लाभदायक होता है।
- शुक्र के कारण उत्पन्न सामान्य व्याधि की अवस्था में इंद्राक्षी कवच का पठन-पाठन करना चाहिए।
- अशुभ शुक्र के कारण विवाह में विलंब होने की स्थिति में मोहनी कवच या कामदेव मंत्र का जप कल्याणकारी होता है।
- भगवती कमला (दस महाविद्याओं में एक) की आराधना भी शुक्र जन्य समस्त पीड़ाओं की शांति के लिए अमोघ है।
- श्री सूक्त, लक्ष्मी सूक्त और भाग्य लक्ष्मी मंत्र का जप भी बहुत लाभ कारक होता है।
- शुक्र ग्रह की शांति के लिए, धन एवं व्यापार में वृद्धि के लिए जरिकन युक्त शुक्र यंत्र धारण करें।
- स्वर्ण अथवा रजत का दान करें एवं सफेद गुलाब के पुष्पों को कूप या नदी में प्रवाहित करें।
- ”ओम नमः” का जप करें एवं प्रत्येक शुक्रवार घी, तिल, जौ आदि से हवन करें।
- उड़द एवं घी का सेवन करें तथा 5 से 11 शुक्रवार का व्रत करें।
- घी, दही, कपूर, अदरक आदि का दान करें या जल में प्रवाहित करें।
- बछड़े वाली गाय का दान करना या गाय की सेवा करना।
- शुद्ध हीरा धारण करना, हीरे के अभाव में सच्चा मोती पहनना।
- स्त्री जाति का सम्मान करना, वृद्ध स्त्रियों की सेवा करना एवं स्त्री जाति से झगड़ा ना करना।
- शरीर पर क्रीम पाउडर या सुगंधित द्रव्य लगाना एवं अपने कपड़ों में इत्र लगाना।
- अपनी पोशाक को ठीक-ठाक रखना एवं फटी हुई या जली हुई पोशाक धारण न करना।
- शुक्र पीड़ा की विशेष शांति हेतु हरड़, इलायची, बहेड़ा, आंवला, केसर और मेनसिल मिलाकर सात शुक्रवार तक स्नान करना।
इस तरह आप शुक्र ग्रह की शांति के उपाय करके शुक्र ग्रह की शांति कर सकते है. कुंडली में दूसरे ग्रहों की शांति के उपाय जानने के लिए हमारी ग्रहों की शांति के उपाय की सूची को देखिये
- सूर्य देव शांति के उपाय
- चंद्रमा देव शांति के उपाय
- मंगल देव शांति के उपाय
- बुध देव शांति के उपाय
- गुरु देव शांति के उपाय
- शुक्र देव शांति के उपाय
- शनि देव शांति के उपाय
- राहु देव शांति के उपाय
- केतु देव शांति के उपाय
अगर आपको यह लेख पसंद आया है, तो हमारे YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें, ज्योतिष, हिंदू त्योहार, देवी देवताओ की जानकारी और कई अन्य जानकारी के लिए। आप हमसे Facebook और Instagram पर भी जुड़ सकते है
अपनी जन्म कुंडली से जाने आपके 15 वर्ष का वर्षफल, ज्योतिष्य रत्न परामर्श, ग्रह दोष और उपाय, लग्न की संपूर्ण जानकारी, लाल किताब कुंडली के उपाय, और अन्य जानकारी, अपनी जन्म कुंडली बनाने के लिए यहां क्लिक करें।
नवग्रह के नग, नेचरल रुद्राक्ष की जानकारी के लिए आप हमारी साइट Gems For Everyone पर जा सकते हैं। सभी प्रकार के नवग्रह के नग – हिरा, माणिक, पन्ना, पुखराज, नीलम, मोती, लहसुनिया, गोमेद मिलते है। 1 से 14 मुखी नेचरल रुद्राक्ष मिलते है। सभी प्रकार के नवग्रह के नग और रुद्राक्ष बाजार से आधी दरों पर उपलब्ध है। सभी प्रकार के रत्न और रुद्राक्ष सर्टिफिकेट के साथ बेचे जाते हैं। रत्न और रुद्राक्ष की जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें।