Category भैरव

श्री स्वर्णाकर्षण भैरव स्तोत्र

Bhairav Stotram

नन्दी जी ने मनुष्यो की दरिद्रता नाश करने के लिये यह स्तोत्र अमर महर्षि मार्कण्डेय जी को यह स्तोत्र वर्णन किया था जिनकी कुण्डली में धन भाव का सम्बन्घ गुरु या सूर्य से है अनेक लक्ष्मी जी और कुबेर साधनाओ…

बटुक भैरव स्तोत्र

Batuk Bhairav Stotra – Shri Batuk Bhairav Stotram श्री बटुक-भैरव-अष्टोत्तर-शत-नाम-स्तोत्र (क) ध्यान वन्दे बालं स्फटिक-सदृशम्, कुन्तलोल्लासि-वक्त्रम्। दिव्याकल्पैर्नव-मणि-मयैः, किंकिणी-नूपुराढ्यैः।। दीप्ताकारं विशद-वदनं, सुप्रसन्नं त्रि-नेत्रम्। हस्ताब्जाभ्यां बटुकमनिशं, शूल-दण्डौ दधानम्।। (ख) मानस-पूजन उक्त प्रकार ‘ध्यान’ करने के बाद श्रीबटुक-भैरव का मानसिक पूजन करे- ॐ…

भैरव तांण्डव स्तोत्र

Bhairav Tandava Stotram – Kaal Bhairav Tandav Stotram ।। अथ भैरव तांण्डव स्तोत्र ।। ॐ चण्डं प्रतिचण्डं करधृतदण्डं कृतरिपुखण्डं सौख्यकरम् । लोकं सुखयन्तं विलसितवन्तं प्रकटितदन्तं नृत्यकरम् ।। डमरुध्वनिशंखं तरलवतंसं मधुरहसन्तं लोकभरम् । भज भज भूतेशं प्रकटमहेशं भैरववेषं कष्टहरम् ।। चर्चित…

श्री स्वर्णाकर्षण भैरव स्तोत्र

Shri Swarnakarshan Bhairav Stotram || Swarna Akarshana Bhairava Stotram ।। श्री मार्कण्डेय उवाच ।। भगवन् ! प्रमथाधीश ! शिव-तुल्य-पराक्रम ! पूर्वमुक्तस्त्वया मन्त्रं, भैरवस्य महात्मनः ।। इदानीं श्रोतुमिच्छामि, तस्य स्तोत्रमनुत्तमं । तत् केनोक्तं पुरा स्तोत्रं, पठनात्तस्य किं फलम् ।। तत् सर्वं…