या देवी सर्वभूतेषु
या देवी सर्वभूतेषु, शक्तिरूपेण संस्थिता नमस्तस्ये, नमस्तस्ये, नमस्तस्ये नमो नम: नमो देव्यै महादेव्यै शिवायै सततं…
या देवी सर्वभूतेषु, शक्तिरूपेण संस्थिता नमस्तस्ये, नमस्तस्ये, नमस्तस्ये नमो नम: नमो देव्यै महादेव्यै शिवायै सततं…
श्री नवग्रह देवाय नमः श्री नवग्रह देवाय नमः,श्री नवग्रह तांत्रिक मंत्र: श्री नवग्रह तांत्रिक मंत्र:…
रथ सप्तमी: माघ मास की सूर्य सप्तमी को जो व्यक्ति सूर्य की पूजा करके मीठा…
बारह लग्न अनुसार जातक कौनसा रत्न धारण करे यह निम्न प्रकार से है: मेष लग्न…
धनु लग्न के जातक को बृहस्पति लग्नेश व चतुर्थ शुभ स्थान का स्वामी होने के…
मकर लग्न में बुध भाग्य त्रिकोण का स्वामी और षष्टम का स्वामी होने के कारण…
वृषभ लग्न की कुंडली में शुक्र लग्नेश है अतः इस लग्न के जातक को स्वास्थ्य…
सिंह लग्न में सूर्य लग्नेश प्रथम भाव का स्वामी होता है जीवन में आत्मविश्वास आरोग्यता…
वृश्चिक लग्न में मंगल लग्न का स्वामी है तथा षष्टम भाव का भी स्वामी है…
मेष लग्न के लिए सूर्य पंचम का स्वामी है इस कारण संतान सुख और विद्या…
मीन लग्न मैं बृहस्पति लग्नेश व दशमेश व्यापार स्थान का स्वामी होने के कारण बृहस्पति…
तुला लग्न के जातक के लिए शुक्र लग्नेश वह अष्टमेश का स्वामी है लग्नेश को…
कुंभ लग्न में लग्नेश शनि लग्न का और द्वादश स्थान का होते हुए भी लग्नेश…